G-20 सम्मेलन क्या है? 2023 भारत मे G-20 (Summit) आयोजन का उद्देश्य

आप सभी को पता ही होगा G-20 Grup of Twenty ( ग्रुप ऑफ ट्वेंटी ) की परिषद् भारत के अध्यक्षता में हो रहा है । इसलिए आप लोगो को पता होना चाहिए G-20 Grup of Twenty ( ग्रुप ऑफ ट्वेंटी ) क्या है ? और G-20 (Summit) परिषद भारत के अध्यक्षता मे होने जा रही है इसका क्या महत्व है ।तो चलिए विस्तार से जान लेते है।

G-20 सम्मेलन क्या है? 2023 भारत मे G-20 (Summit) आयोजन का उद्देश्य
G-20 सम्मेलन क्या है? 2023 भारत मे G-20 (Summit) आयोजन का उद्देश्य

Image Credit: – lowyinstitute

G-20 Grup of Twenty ( ग्रुप ऑफ ट्वेंटी ) क्या है?

G-20 ( ग्रुप ऑफ ट्वेंटी ) आंतरराष्ट्रीय आर्थिक सहयोग का संघ है ,आंतरराष्ट्रीय ( वैश्विक ) आर्थिक उद्देशो को पुरा करना और दुनिया की प्रमुख उभरती हुई अर्थव्यवस्था को एक साथ जोडना और विकास के लक्ष को प्राप्त करना यह G-20 ( ग्रुप ऑफ ट्वेंटी ) उद्दिष्टे है ।

इस साल भारत में भारत के अध्यक्षता मे नई दिल्ली में 9/10 सितम्बर को 18 वा जी-20 का संमेलन होणे जा रहा है भारत मे संमेलन की अध्यक्षता भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदीजी के अध्यक्षता मे होने वाला है ।  इस साल भारत मे होने वाले परिषद का लोगो है। खिलता हुआ कमल है।

जी-20 (Grup of twenty) की स्थापना के बारे मे कुछ जरुरी जानकारी 

  • G20 की स्थापना कब हुई है ? : जी-20 ( ग्रुप ऑफ ट्वेंटी ) की स्थापना 26 सितम्बर 1999 मे हुई है.
  • G20 के सदस्य देश कितने है? : जी-20 के 19 देश और युरोपीय संघ इसके सदस्य  है.
  • G20 का मुख्यालय कहा स्थित है ? : जी-20 का कोई भी मुख्यालय नही है.

 

G-20 Group of twenty के स्थापना के बारे में जरुरी जानकारी 

G-20 की स्थापना जर्मनी में बर्लिन शहर मे हुई थी ,पहिले ये सदस्य देशों के वित्तमंत्री और केंद्रीय बँक ओ के गव्हर्नर का ये संघटन हुआ करता था बादमे 2008 मे जागतीक मंदी के बाद इसका रूपांतर मजबूत संघटन में हुआ उसके साथ ही वर्ष मे एक बार इसका संमेलन होगा ये सुनिश्चित हुआ .

जी-20 समूह की स्थापना 1999 मे 7 देशी ने की थी वो देश है । (अमेरिका , कॅनडा , ब्रिटन , जर्मनी , फ्रान्स , जापान और इटली ) इन देशो के विदेशी मंत्री द्वारा की गई थी और उसका मकसद दुनिया की प्रमुख उभरती हुई अर्थव्यवस्था को एक साथ जोडना और विकास के लक्ष प्राप्त करना था संमेलन मे स्थापन होने के समय उन्ही देशों के बँक के गव्हर्नर भी शामिल थे.

1) G-20 का पहिला संमेलन 2008 मे अमेरिका के वॉशिंग्टन डीसी शहर मे हुआ था ।
2) G-20 का पहिला संमेलन 14 से 15 नोव्हेंबर 2008 जॉर्ज बुश पूर्व राष्ट्रपती अमेरिका की इनके अध्यक्षता में हुआ था।

2023 तक G-20 summit के सदस्य देश 

यूएसए (USA) , अर्जेंटिना , युनायटेड किंगडम (UK) , ऑस्ट्रेलिया , ब्राझील, कॅनडा , दक्षिण कोरिया , तुर्की , चीन, फ्रान्स , भारत , जर्मनी, इंडोनेशिया , दक्षिण आफ्रिका , इटली , मेक्सिको ,जापान , रशिया , सौदी अरब , और युरोपीय युनियन संघ ये देश इसमे शामिल है

G-20 के कार्य एवं उद्देश्य 

2008 के आर्थिकी वित्तीय संकट के बाद विभिन्न विषयो पर इस परिषद मे चर्चा की जाती है । जलवायू परिवर्तन व्यापार, उद्योग , स्वास्थ ,कृषी  और भ्रष्टाचार विरोध ऐसे अनेक मुद्दे इसमे चर्चा और हल निकाला जाता है ।

 

G-20 (Summit) 2023 में भारत में होने जा रहे परिषद के बारे में जरुरी जानकारी 

भारत मे होने जा रहे जी-20 शिखर संमेलन मे जी 20 सदस्य के साथ ही कुछ सदस्य को आमंत्रित कीया जा रहा है वो देश है युएई, सिंगापूर , मॉरिशस , नेदरलँड , बांगलादेश , मिश्र , स्पेन, नायजेरिया और ओमान
इस साल भारत मे जी 20 का शिखर संमेलन आयोजन होनेवाला है जो करीब 1 सितंबर से 30 डिसेंबर तक चलने वाला है भारत मे श्री नरेंद्र मोदी इनके अध्यक्षता में संमेलन होने वाला है भारत मे आयोजित जी-20 शिखर संमेलन 2023 की थीम है । वन अर्थ वन फॅमिली ( one Earth one Family) वसुधैव कुटुंबकम ( Vasudheva Kutumbakam ) ये इस संमेलन का थीम है।

2022 का 17 वा संस्करण का आयोजन ने इडोनेशिया के बाली शहर मे किया गया था और अगले साल होने वाला 19 वा 2024 का अगला संस्करण ब्राझील की अध्यक्षता मे होने वाला है ।

जानिए 2023 भारत मे G-20 (Summit) आयोजन का भारत के लिए क्या महत्व है ।

1) भारत में पहली बार ये बैठक होने वाली है।
2) अध्यक्ष प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी
3) बैठक की थीम है वसुधैव कुटुंबकम
4) इस परिषद् का लोगों उभरता कमल है।
5) ये परिषद् भारत की राजधानी नई दिल्ली में आंतरराष्ट्रीय प्रदर्शन कनव्न्हेन्शन सेन्टर , प्रगती मैदान नई दिल्ली में होगी।

आपको पता होना चाहिए की भारत के विकास के लिए ये महत्वपूर्ण एवं भारत के लिए गौरव की बात है । भारत दुनिया की पाचवी सबसे बडी अर्थव्यवस्था बन चुका है । और सबसे बडा लोक तंत्र भी है और भारत सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश भी है तभी भारत को आगे बढने के लिए और विश्वगुरू बनने के लिए ये महत्वपूर्ण कदम है जब की भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के सरकारने दुनिया भर में एक उभरते नेतृत्व की छवि तयार की है  इस बडे अर्थव्यवस्था वाले संघटन से भारत को काफी लाभ होगा दुनिया की 85  प्रतिशत जीडीपी (GDP) वाले देश इसमे शामिल है और दुनिया की 60 प्रतिशत आबादी के साथ ही 75 प्रतिशत व्यापार G-20 के सदस्य देशो का दुनिया भर मे है इसलिये भारत के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण मौका  है ।
नई दिल्ली में 9 और 10 सितम्बर को होने वाले सम्मेलन के पहले डिसेंबर 2022 से अगले कुछ महीने भारत के अलग अलग शहरों में सदस्य देशों के प्रतिनिधि मंडल की बैठकों का  समापन होने जा रहा है । उसमें एलोरा की गुफाएं और काशी की प्रसिद्ध गंगा आरती और बौद्ध गया ऐसे भारत की कला , संस्कृती और इतिहास उद्योग और व्यापार के बारे मे चर्चा होगी

भारत में G-20 Summit क्यू हो रहा है

1) भारत यूएन ( UN) मे स्थायी सदस्यता के साथ ही सुधार की बात कर रहा है इसलिये एक कदम है भारत यूएन UN सुरक्षा परिषद मे अस्थायी सदस्य बना है ।
2) ब्रिटन को पीछे छोडके भारत दुनिया की पाचवी बडी अर्थव्यवस्था बना है ।
3)भारत एक लोक तंत्र देश है और भारत का विश्व के प्रति वसुधैव कुटुंबकम का नारा है यांनी पुरा विश्व ही एक घर के रूप मे भारत मानता है इसलिये भारत के प्रधानमंत्री जी ने मन की बात में इसका जिक्र किया है और इस का महत्व इसलिये सालो से विश्वभर मे भारत की छबी को काफी सुधार आया है याने की भारत की महत्वपूर्णता विश्वभर में छाईं हुए हैं । भारत इस साल स्वतंत्रता के 75 वे वर्षगांठ मना रहा है । तभी देश के लिये ये बड़े गर्व की बात है । 2022 के 1 दिसम्बर से 2023 के 30 नवंबर तक भारत G-20 Summit की अध्यक्षता करेगा ।

भारत की उपलब्धिया और नये आयाम के बारे में जानिए

भारत ने विभिन्नक्षेत्रो मे डिजिटल इंडिया , मेक इन इंडिया  स्टार्ट अप इंडिया ये नये आयाम स्थापित किये है भारत ने जनधन योजना  आयुष्यमान भारत योजना विश्व की सबसे बडी स्वस्त की सेवा योजना है , उज्वला गॅस योजना स्किम के माध्यम से स्वच्छ  इंधन की  सुविधाये उपलब्ध कर दी है  और आंतरराष्ट्रीय सौर संघटन का नये आयाम स्थापित किये है इसके जरी ये शाश्वत ऊर्जा मिल सकती है ।

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